शनिवार, 26 जून 2021
अंजुरी भर धूप
शनिवार, 1 मई 2021
गोविंद अब तो आ जाओ.....
गुरुवार, 4 मार्च 2021
उम्मीद की किरण
ज़िन्दगी हर दिन कुछ ना कुछ लेकर आती है। कुछ चीजें हमारे मन मुताबिक होती हैं तो कुछ एकदम उलट। कभी -कभी ऐसा भी वक्त आता है जब निराशा और हताशा हमें चारों ओर से घेर लेती है। चारों तरफ अन्धेरा ही नजर आता है। उस समय महसूस होता है कि बस अब हमारी ज़िन्दगी में कुछ नहीं बचा, हमारी जिन्दगी बर्बाद हो गयी। यही समय होता है हमें खुद को पहचानने का, उस एक वजह को ढूँढने का जो हमें निराशा से आशा की ओर ले जायेगा। यकीन मनिये यही वह वक्त होता है जब हम कोशिश करें तो ऐसा निखरकर बाहर आयेंगें कि हमें बिखेरने वाले के हाथ पछतावा ही आयेगा और वो हमारी जीत होगी... ऐसी जीत जो जीवन के किसी पथ पर हमें हारने नहीं देगी।
कहीं पढ़ा था few bad chapters doesn't mean you're story is over यानी बुरा समय आने का मतलब ये नहीं है कि आप हार मान जाओ, उठो और लड़ो क्योंकि गिरना और उठना ये तो हम बचपन से ही सीखते हैं। पहली बार चलने की कोशिश में भी ना जाने कितनी बार हम लड़खड़ाते और गिरते हैं पर अन्त में हम चलना सीख ही जाते हैं उसी तरह हमें हर मुश्किल से लड़ने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
चुनाव
चित्र- गूगल साआभार तुमने प्रेम में अभिव्यकित चुनी और मैंने चुना मौन हो जाना तुमने मेरे साथ जोर-जोर हँसना चुना और मैंनें तुमको...
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youtube मैं रोज अपनी भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी से थोड़ी सी शाम बचा लेता हूँ कि तुम आओगी तो छत के इसी हिस्से पर बैठकर बातें करेंगें...
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चित्र -गूगल से साआभार मुझमें मैं नहीं रह गया बस तुम ही समाये हो जीवन में फैली निराशा तो बस तुम ही याद आय...
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तोहफ़ा चित्र- गूगल साआभार आज देखा मैंनें तुम्हें जब तुम शीशे के सामने बैठी अपने बालों को सुलझाने की कोशिश कर रही ...