इन लहरों की ही तरह
एक दिन मैं भी आजाद
हो जाऊँगी
तुम कैद करते रहना मुझे
मैं इन किनारों को
ही तोड़ जाऊँगी
तुम्हारे हिस्से में
टूटी जंजीरे आयेगी
मेरी हिस्से में
आजादी की तस्वीरें
तुम्हारी किस्मत में
बिखरी हुई रेत
मेरे लिये अथाह
सागर खड़ा है देख....