मुझे एक प्रेम पत्र लिखना है
इन पड़े-पौधों के लिए
लहराती सी इस घास के लिए
इठलाते से इस झरने के लिए
ठंडी सी इस पुरवाई के लिए
इन मुस्कराते फूलों के लिए
सावन में पड़े झूलों के लिए
ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों के लिए
यहाँ खड़े देवदरों के लिए
पहाड़ो को चूमते बादलों के लिए
चहचाहती चिड़ियों के लिए
और इधर उधर भागती इन
गिलहरियों के लिए
मुझे एक प्रेम पत्र लिखना है
तुम्हारे लिए ....
बहुत खूब 👌👌👌
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार मैम
हटाएंअरे वाह ! शुभ काम में देरी क्यों ? लिख ही डालिए जल्दी से !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार मैम
हटाएंइठलाते से इस झरने के लिए
जवाब देंहटाएंठंडी सी इस पुरवाई के लिए
इन मुस्कराते फूलों के लिए
सावन में पड़े झूलों के लिए ----वाह
बहुत बहुत आभार सर
हटाएंप्रकृति की अनुपम छटा बिखेरता और पर्यावरण-संरक्षण का सन्देश देता मधुर गीत !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार सर
हटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंप्रेम की भाषा सबसे सहज और.पवित्र है।
बहुत बहुत आभार मैम
हटाएंप्रकृति- प्रेम पर सुन्दर अभिव्यक्ति ! -उषा किरण
जवाब देंहटाएंआभार मैम
हटाएंबहुत बहुत आभार मैम
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंआभार मैम
हटाएंवाह!!!
जवाब देंहटाएंआभार मैम
हटाएंसुंदर सार्थक प्रेम पत्र लिखने की तमन्ना ।सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंआभार मैम
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