खुली किताब सी नहीं है मेरी जिंदगी
मैं हमेशा अपने आस-पास एक रहस्यमय
औरा बरकरार रखती हूँ
मुझे पसन्द है ऐसे जीना कि
कोई मुझे समझने की एक नाकाम
कोशिश करे और फिर
खाली हाथ लौट जाये जिससे
उसे महसूस हो कि
इतना आसान कैसे हो सकता है
एक ऐसी लड़की को समझना जो
कहानी कविताओं और उपन्यासों
से घिरी रहती है
कभी-कभी मुझे लगता है कि
यू रहस्यों को बरकरार रखना
व्यक्तित्व को कितना आकर्ष बना देता है
ये रहस्यों को बरकरार रखने की कला
तुमसे ही सीखी है मैंनें.. लेकिन
मैं अब तक मैं तुम्हें ही नहीं समझ पाई.....