शनिवार, 26 जून 2021

अंजुरी भर धूप

             चित्र - गूगल साआभार


जब तुम्हारे जीवन में समस्याएं आयेगी
निराशा तुम पर हावी हो जायेगी
चारो ओर बस अन्धकार ही होगा 
जब तुम्हारा आत्मविश्वास 
टूट कर चकनाचूर हो जायेगा
और तुम इस अर्न्तद्वद से 
निकलने की कोशिश में छटपटाओगे 
बार -बार जीतने की कोशिश में
जब हार जाओगे 
तब मैं आऊँगा तुम्हारी मदद को
आशा की ज्योति मैं जगाउँगा
मैं भेज दूँगा अंजुरी भर धूप 
जिससे तुम्हारे जीवन को मिलेगा नया रूप
नये रास्ते पर चलने का साहस मिलेगा
और मिलेगी नयी उर्जा,उत्साह 
जो तुम्हें अँधेरे से निकालकर 
रौशनी में ले आयेगा
और तुम्हारे आत्मविश्वास को 
दोगुना बढ़ा जायेगा फिर 
मन में चल रहे विचारों 
को दिशा मिल जायेगी 
बस तुम लड़ते रहना,हारना मत 
मैं भेज दूँगा अंजुरी भर धूप 
तुम्हारे जीवन को रोशन करने के लिए 
तुम घबराना मत .... 

16 टिप्‍पणियां:

  1. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (22 -6-21) को "अपनो से जीतना नहीं , अपनो को जीतना है मुझे!"'(चर्चा अंक- 4109 ) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
    --
    कामिनी सिन्हा

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    1. बहुत बहुत आभार आपका मैम मेरी रचना शामिल करने के लिए

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  2. बहुत ही सुंदर रचना....🌹💕💕💕

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  3. वाह सुन्दर भाव आत्म बल बढ़ाते हुए!!

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  4. वाह ! बहुत बहुत सुन्दर |हार्दिक शुभ कामनाएं |

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  5. बहुत ही सुंदर सृजन धूप अँजुरी में भरना...वाह!
    सादर

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  6. परम शक्ति पर आस्था दिखाती बहुत सुंदर रचना।
    विश्वास से परिपूर्ण।

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  7. बहुत सुंदर। सार्थक सृजन। बधाई आपको। सादर।

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  8. बहुत ही सुन्दर सारगर्भित कविता।बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं आपको।

    जवाब देंहटाएं

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