हम सब कैद से निकलने का भरसक प्रयास कर रहे हैं लेकिन क्या हम कभी इस कैद से आजाद हो पायेगे?
बड़ा मुश्किल हो जाता है यादों के कैद से निकलना और जीवन में बार ऐसे पल आते हैं जब हम ना चाहकर भी यादों के भँवर में फँसकर रह जाते हैं।
youtube मैं रोज अपनी भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी से थोड़ी सी शाम बचा लेता हूँ कि तुम आओगी तो छत के इसी हिस्से पर बैठकर बातें करेंगें...