होगा कुछ यू एक दिन कि
तुम तक कोई नहीं पहुँच पायेगा
जो तुम नजदीक आते लोगो से
दूर भाग जाते हो वो
तुमको सच में बहुत दूर ले जायेगा
तरसते रह जाओगे किसी की आहट को
दिल के सूने दरवाजे पर भी
कोई नहीं खट-खटायेगा
जो बार - बार मायूस हुआ है वो
फिर कभी लौटकर नहीं आयेगा
जब तुम देर -सवेर मन के दरवाजे खोलोगे
तो सन्नाटा ही पाओगे
ये जो तुम्हारी भागने की आदत है ना
एक दिन तुम सच में बहुत पछताओगे..